कोई आया है बगिया में......
हिम की चदरी को सहला,
विटप-पल्लवों को बहला,
बुना है इक गीत |
कोई आया है बगिया में.....
चली कूचिका मृद-वारि पर,
रंग बिखेरे हर क्यारी पर,
सब है पीत-पीत |
कोई आया है बगिया में.....
जादू -सा हर पांखुरी पर,
नाम लिखा है कुसुमाकर,
वसंत की प्रिय रीत |
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:- टिम्सी मेहता
Word-meanings :
कुसुमाकर, : Spring season.
विटप-पल्लवों : Leaves of trees.
कूचिका : Paint-brush.
मृद : Mud.
वारि : Water.
पांखुरी : Petal.
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