Wednesday 11 July 2012

'जीवन-नाट्य मंचन'

विजेता बन, उस
गहन सत्ता को
कर परास्त,
प्रकट हुआ
प्रकाश घट.

अमृत मंथन
सम्पन्न हुआ
चीर कर
चिर अधीश
श्यामपट.

बिन्दुभर, और 
समग्र सिन्धु
लें हिलोरे,
झंकृत हुआ
व्यापक तट.


जीवन-नाट्य का 
अध्याय नव लिखते
सज्जित-प्रकाशित
मंच पर
इतस्तत: झूमते नट.

:-  टिम्सी मेहता  29.09.2006

No comments: