विजेता बन, उस
गहन सत्ता को
कर परास्त,
प्रकट हुआ
प्रकाश घट.
अमृत मंथन
सम्पन्न हुआ
चीर कर
चिर अधीश
श्यामपट.
बिन्दुभर, और
लें हिलोरे,
झंकृत हुआ
व्यापक तट.
जीवन-नाट्य का
अध्याय नव लिखते
सज्जित-प्रकाशित
मंच पर
इतस्तत: झूमते नट.
:- टिम्सी मेहता 29.09.2006